हार्दिक शुभकामनाये..
राजस्थान पत्रिका राजस्थान में तो अव्वल है ही पर अब मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत में भी निरंतर प्रगतिशील है और हमने इस निरंतर बदलाव की बयार को महसूस किया है..समय के साथ परिवर्तन और सुधार की कोशिश सकारात्मक परिवर्तन लाने में मददगार होती है..
इसमें कोई आतिशयोक्ति नहीं कि व्यापारी वर्ग देश का अभ्भिन अंग है और राष्ट्र का आधार स्तम्भ भी है..जिस तरह का जीवन और सामाजिक ढांचे का जैसा स्वरुप हमारे सम्मुख आज विद्यमान है , उसमे व्यापार धर्म और व्यव्हार धर्म को लेकर अनगिनत प्रश्नचिंह द्रष्टिगोचर हो रहे है..सामाजिक आचरण हीनता और आपाधापी बढ़ी है..यह व्यवस्था ज्यो-ज्यो पनप रही है त्यों-त्यों इस पर गंभीर और गहन चिंतन और मनन की आवश्यकता है, विश्लेषण की जरुरत है..वर्त्तमान परिपेक्ष्य में कोई अकेला तो यह दावा नहीं कर सकता कि वह इस देश के व्यापारिक जगत को सब बुराइयों या विक्षमताओ से सर्वथामुक्त कर पायेगा पर समूचे व्यापारी संगठनो को माला के मनके की तरह एक सूत्र में पिरोकर,अपनी-अपनी शक्ति,बुद्धि और पुरुषार्थ में सामंजस्य लाकर परिणिति व्यापारिक हित की कर सकता है..यही बात व्यवहारिक जिंदगी में भी कुछ सामाजिक संगठन ला सकते है..
यह एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है तथा मुझे अपार प्रसन्नता है कि पत्रिका आपके सानिध्य में निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहते हुए सफलता का परचम लहरा रही है.."पत्रिका समूह वर्त्तमान में जीना जानता है और भविष्य की कोरी कल्पना में नहीं उलझता तथा अतीत की भूलो से सबक लेता हुआ सत्कार्यों में तल्लीन रहता है..वर्त्तमान में जीने वालों के चित निर्मल और मानसिक एकाग्रता पुष्ट होती है..बिना किस लाग लपेट के निष्पक्ष रूप से विचारो की अभिव्यक्ति ही पाठक को सोचने पर मजबूर करेगी और सोच ही पहले दिशा और फिर दशा बदलेगा..
किसी भी समाज की शक्ति उसकी जनसँख्या में नहीं, अपितु उसकी एकता में निहित रहती है.एकता ही शक्ति औरसंगठन का मूलमंत्र है.आप इसी तरह सफलता के सोपानों पर अग्रसर रहे और व्यापार जगत को लाभान्वित करते रहे और हमारा सहयोग बिना किसी स्वार्थ के निर्विध्न रूप से आपको प्राप्त होता रहेगा..आप के उज्जवल भविष्य की मंगल कामना शुभ भावो के दीपक में सजाकर प्रेषित करते हुए अत्यंत ही आनंद की अनुभूति कर रहा हूँ..
आदर सहित ,
सधन्यवाद
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Sajjan Raj Mehta
पूर्व अध्यक्ष..कर्नाटक होजिएरी एंड गारमेंट Association
9845501150
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