Sunday, May 29, 2011

तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशिका प्रकाशन के सुअवसर पर मंगल manishaaye

तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशिका प्रकाशन के सुअवसर पर मंगल manishaaye

महामनीषी आचार्य भगवंत महाश्रमण जी के पावन चरणों में कोटिशः वंदन के पश्चात्

हार्दिक शुभकामनाये..

किसी भी समाज की शक्ति उसकी जनसँख्या में नहीं, अपितु उसकी एकता में निहित रहती है..एकता के अभाव में न तो परिवार का स्तर ऊँचा उठता है और न समाज का चहुंमुखी विकास होता है..वस्तुतः एकता ही शक्ति ओर संगठन का मूलमंत्र है..इसमें कोई आतिशयोक्ति नहीं कि नारी वर्ग देश का अभिन्न अंग है और समाज का आधार स्तम्भ भी है..जिस तरह का जीवन और सामाजिक ढांचे का जैसा स्वरुप हमारे सम्मुख आज विद्यमान है , उसमे व्यवहार धर्म को लेकर अनगिनत प्रश्नचिंह द्रष्टिगोचर हो रहे है..सामाजिक आचरण हीनता और आपाधापी बढ़ी है..यह व्यवस्था ज्यो-ज्यो पनप रही है त्यों-त्यों इस पर गंभीर और गहन चिंतन और मनन की आवश्यकता है, विश्लेषण की जरुरत है..वर्त्तमान परिपेक्ष्य में कोई अकेला तो यह दावा नहीं कर सकता कि वह इस देश के व्यवहारिक जगत को सब बुराइयों या विक्षमताओ से सर्वथामुक्त कर पायेगा पर समूचे समाज को माला के मनके की तरह एक सूत्र में पिरोकर,अपनी-अपनी शक्ति,बुद्धि और पुरुषार्थ में सामंजस्य लाकर परिणिति सामाजिक हित की कर सकता है..आपका प्रयास पूर्णतः सकारात्मक रहा है तथा समूचे जैन समाज को जोड़ने की प्रक्रिया में आपकी सहभागिता,सहकारिता,सानिध्यता तथा सत्कारिता अतुलनीय ओर अनुमोदनीय हैं..जैन युवा संगठन को आपने कभी निराश नहीं किया है ..निज पर शासन- फिर अनुशासन को आपने भली-भांति निभाया है ओर निभाते रहें..

यह एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है तथा मुझे अपार प्रसन्नता है कि तेरापंथ महिला मंडल महामनीषी आचार्य भगवंत महाश्रमण जी के मार्गदर्शन ओर तेरापंथ समाज के सानिध्य में निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहते हुए सफलता का परचम लहरा रहा है.."तेरापंथ समाज " वर्त्तमान में जीना जानता है और भविष्य की कोरी कल्पना में नहीं उलझता तथा अतीत की भूलो से सबक लेता हुआ सत्कार्यों में तल्लीन रहता है..वर्त्तमान में जीने वालों के चित निर्मल और मानसिक एकाग्रता पुष्ट होती है..बिना किस लाग लपेट के निष्पक्ष रूप से विचारो की अभिव्यक्ति ही समाज को सोचने पर मजबूर करेगी और सोच ही पहले दिशा और फिर दशा बदलेगा..

आप इसी तरह सफलता के सोपानों पर अग्रसर रहे और सामाजिक जगत को कुरीतियों तथा विषमताओ से मुक्त करते रहे और हमारा सहयोग बिना किसी स्वार्थ के निर्विध्न रूप से आपको प्राप्त होता रहेगा..आप के उज्जवल भविष्य की मंगल कामना शुभ भावो के दीपक में सजाकर प्रेषित करते हुए अत्यंत ही आनंद की अनुभूति कर रहा हूँ..


आदर सहित ,

सधन्यवाद

--
सज्जन राज मेहता -- सामाजिक कार्यकर्ता
अध्यक्ष..जैन युवा संगठन
09845501150
बन्गलोर

Wednesday, May 25, 2011

.अन्ना हजारे जी ने जन लोकपाल के माध्यम से एक मुहिम का आगाज किया

जिस देश की धरती प्रतीक्षा के पलक-पावडे बिछाये हुए मात्रकुक्षी से अवतरण के पश्चात् हमारे स्वागत सत्कार के लिए आकुल-व्याकुल रहती है,अपनी स्वच्छ जलवायु से हममे नवजीवन का संचार कराती है,अन्न,फल,जल,दूध ओर वनस्पति प्रदान कर हमारा पोषण वर्धन कराती है,वह हमारी जन्मदात्री माता से कम महत्त्व की अधिकारिणी ह़ो,ऐसा नहीं कहा जा सकता..माँ यदि जन्म दात्री है तो देश की धरती जीवनदायी..अतः;हमारे मन में उनके प्रति आदर के फूल ना खिले,पूजा के दीप ना जले तो यह अस्वाभाविक है..पृथ्वी हमारी माता है ओर इसके निवासी हमारे पुत्र..

सच्चा देशभक्त अपना सर्वस्व अपनी मात्रभूमि के पावन चरणों पर न्योछावर कर देता है..उसे ना तो राजभवन का सुख लुभाता है,ना कांटी की चुभन सताती है..ऐसे देशभक्त मात्रभूमि का अनादर कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते ..चाहे भ्रष्टाचार की सुनामी ह़ो,पडोसी देशो का आतंक ह़ो या अंदरूनी देश के गद्दार आतंकवादियों की देश विरोधी गतिविधिया,ऐसे देशभक्तों की आँखों में अंगार दहकने लगता है..जब-जब देश पर संकट के बादल मंडराते है, ऐसे ही देशभक्त द्रष्टिगोचर होते है तथा इन्ही देश्ब्हतो से देश का गौरव अशुक्ष्ण रहता है..अन्ना हजारे जी ने जन लोकपाल के माध्यम से एक मुहिम का आगाज किया है.एक हुंकार भरी है ओर बन्गलोर में २८ तारीख को अपना वक्तव्य रख रहे है..एक उम्मीद की किरण थोड़ी सी उन्होंने जगाई है..जब जागे जब सवेरा..हमारा समर्थन शायद एक नई रोशनी का संचार करा सकता है तथा अन्ना हजारे नामक चिंगारी मशाल के रूप में प्रज्ज्वलित ह़ो सकती है यदि संगठित ओर समन्वित प्रयास ह़ो तथा मीडिया का पुरजोर समर्थन ह़ो ..
शहीदों की मजारो पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पे मरने वालों का यहीं बाकी निशाँ होगा

--
सज्जन राज मेहता
सामाजिक कार्यकर्ता

Friday, May 20, 2011

SAMUHIK SAMAYIK DIVAS

We take this opportunity to inform you that Entire Jain Community will be Celebrating Prayer Day under the auspicious guidance of eminent Jain Saints such as,

His Holiness Shri Vinay muniji,
His Holiness Shri Praveen Rishiji,
His Holiness Shri Gautham Muniji,
Her Holiness Sangeet shriji,
Her Holiness Vaachanyama shriji,
Her Holiness Satya prabhaji shriji,
Her Holiness Chandramala shriji.

These saints will be delivering their speech to huge masses about "How to clean our inner self(Soul) and attain the ultimate salvation.They will be guiding us how we as a human can help each and every one around by adopting noble ways to serve the needy and humanity.This program is only for two hours and everybody present there will be in the Saints attire,and praying silently".

Program :

Venue - Freedom Park , Gandhinagar,
Date - Friday, May 13th,
Timings - 8:00 - 10 :00 AM sharp.
Organiser - Jain Yuva Sangathan

This program is being organized first time but it will be unique and we need your kind patronage and support as always.

Kindly depute a photographer and reporter for the due coverage in print and electronic media.

Thanking you,

Regards,

Jain Sajjan Raj Mehta,
President - Jain Yuva Sangathan
9845501150,