Tuesday, March 29, 2011

महोत्सव में मुख्य अतिथि होंगे मुख्य-मंत्री जी

भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव में मुख्य अतिथि होंगे मुख्य-मंत्री जी

जैसा की आपकी विदित ही है क़ि इस वर्ष २६१० वाँ श्रमण भगवान् महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव शनिवार, दिनाक १६.४.२०११ को आयोजित है तथा हर वर्ष क़ी भांति इस बार भी इसे भव्यता से आप समस्त के सानिध्य में मनाया जायेगा..संगठन का सदेव यह सुप्रयास रहा है क़ि समस्त जैन समाज को एक सूत्र में पिरोते हुए तन-मन-धन से पूर्ण रूप से अपने आप को न्योछावर करते हुए हम अपना सर्वस्व इस जन्म-कल्याणक को यादगार बनाने में अर्पित करे..आप सभी तथा करीब १०० अन्य जैन संस्थाओ के द्वारा प्रदत निःस्वार्थ सहयोग एवं सहकार के बलबूते पर ही संगठन पिछले २२ वर्षो से यह आयोजन सफलता पूर्वक करते आ रहा है.इस समारोह में बन्गलोर में विराजित समस्त चारित्र आत्माओ का सानिध्य तथा उनके मुखारविंद से जिनवाणी का हम श्रवण करते है..

इस दिन हमें कई महत्वपूर्ण राजनीतिक तथा प्रशासनिक शख्सियतों का भी सानिध्य प्राप्त होता है अतः उसी कड़ी में संगठन का एक प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष जैन सज्जन राज मेहता के तत्वाधान ओर विधान परिषद् के सदस्य जैन लहर सिंह सिरोया के सहयोग से माननीय मुख्यमंत्री श्री बी.एस.येद्दिउरप्पा जी से मिला तथा समस्त जैन समाज के तहत संगठन द्वारा आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि हेतु आमंत्रित किया..मुख्यमंत्री ने बड़ी दिलचस्पी दिखाते हुए निमंत्रण पढ़ कर स्वीकृति प्रदान की..अध्यक्ष के साथ मंत्री जैन सुरेश धोका,कोषाध्यक्ष जैन डूंगर मल चोपड़ा,सह मंत्री जैन रमेश धोका,जैन इन्दर कांटेद,जैन सुरेश मुथा तथा जैन शांति लाल मेहता भी साथ में थे..मुख्यमंत्री निमंत्रण पढ़ते हुए की फोटो संलग्न है..अध्यक्ष के साथ एक अन्य प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्री K H MUNIYAPPA जी से भी मिला जिन्होंने सहर्ष विनती स्वीकार कि तथा सम्मानित अतिथि के रूप में अवश्य उपस्थित होंगे..मंत्री जैन सुरेश धोका,जैन इन्दर KANTED ,जैन सुरेश मुथा तथा मामुल्पेट के जैन महेंद्र मुणोत साथ में थे..अतिथि आमंत्रण समिति के CHAIRMAN जैन आनंद कोठारी के अनुसार इस बार राजस्थान पत्रिका समूह के कर्णधार श्री गुलाब जी कोठारी, बंगलौर के तीनो सांसदों,महामहिम मेयर साहिब,हमारे अपने विधान पार्षद श्री जैन लहर सिंह जी , गांधीनगर के विधायक श्री गुन्दुराव जी तथा जैन पार्षद श्री गौतम जी तथा क्षेत्र के नगर पार्षदों को भी सम्मानित अतिथियों के रूप में निमंत्रित किया गया है तथा उनके प्रत्युतर की प्रतीक्षा है..जैन समाज के चारो सम्प्रदायों के वरिष्ठ पदाधिकारियो को भी ससम्मान आमंत्रित किया गया है..

संगठन समस्त जैन समाज के तत्वाधान में प्रयास रत है क़ि जिनशासन की शान में अभिव्रधि ह़ो ओर भगवान् महावीर का अहिंसा का सन्देश जो आज वर्तमान के लिए विशेष प्रासंगिक और महत्वशाली है ,मानव जाति को नूतन राह पर प्रशस्त करे तथा जन-कल्याण क़ी भावना जन-जन में प्रज्ज्वलित ह़ो..

धन्यवाद..
आशा है आप इसे महत्वपूर्ण स्थान प्रदत्त करेंगे..
सज्जन राज मेहता जैन सुरेश धोका
अध्यक्ष..जैन युवा संगठन मंत्री.
09845501150 09341066908

Sunday, March 27, 2011

UPDATE ON EXCISE

Excise Duty on Readymade Garments- The magic figure of exempted turnover of Rs. 8.90 Crore

While initiating debate on the Finance Bill-2011 the Finance Minister said that the garment traders had criticised the proposed 10 per cent excise duty on readymade garments saying it would hurt the small business. He added

1) “To address this concern, I propose to enhance the abatement of 40 per cent to 55 per cent on the retail sale price.

2) With this relief a unit will continue to be eligible for SSI exemption in 2011-12 even if it had a turnover based on retail sale price of Rs 8.90 crore in the current year”, the Minister said. (Current year means 31-03-2011)

The statement of the Finance Minister on the floor of the house sent some cheer waves across the spine of many garment manufacturers. With the increase in the rate of abatement from 40% to 55% , the manufacturer would now be required to pay duty only on 45% of the MRP of the product. To illustrate Point No. 1

Excise duty of Readymade garments Before Change After Change
MRP of Readymade Shirt Rs. 1000 Rs. 1000
Abatement 40% 55%
Less: Value of abatement 400 550
Value for charging Duty 600 450
Excise Duty payable @10% 60 45
Effective Rate of Duty on MRP 6.00% 4.50%
On the second issue, he said “With this relief a unit will continue to be eligible for SSI exemption in 2011-12 even if it had a turnover based on retail sale price of Rs 8.90 crore in the current year”. This statement was understood by many in many different ways. Many persons thought that there is no excise duty now until you reach a turnover of Rs. 8.90 Crores in lieu of Rs. 1.50 Cr. Presently available to SSI. All were happy. It is not so. Let me explain:

At present under the scheme of excise for SSI, an SSI which does not have a turnover of Rs. 4.00 Crores during the year ending 31-03-2011 will not be liable to excise duty until he reaches a turnover of Rs. 1.50 Crores during the period ending 31-03-2012. If at any moment during the period ending 31-03-2012 the turnover crosses Rs. 1.50 Crores, his liability to excise starts notwithstanding the fact that his turnover during the year ending 31-03-2012 is less than Rs. 4.00 Crores. However he would become eligible to the SSI benefit for the year ending 31-03-2013 if the turnover was less than Rs. 4.00 Crore for 31-03-2012.

So what is this magic figure of turnover of Rs. 8.90 Crores to be eligible for SSI benefit.


Illustration

Rs. Lakhs
1 Maximum turnover of taxable products permitted during the year ending 31-03-2011 for being eligible to SSI benefit during the year ending 31-03-2012 (Normal SSI) 400
2 Limit of SSI exemption during the year ending 31-03-2012 150
For Readymade garment – SSI Unit Rs.
1 MRP of the readymade garment (a) 1000
2 Less: Abatement @ 55 % (b) 550
3 Taxable value of the product (c) 450
Maximum permissible turnover of taxable products during the year ending 31-03-2011 as per next table.
—-

(a) Maximum turnover permissible for normal SSI Rs. Lakhs 400
(b) Taxable value of new product after abatement of 55% 45%
(c) Permissible turnover for a taxable value of 45% of normal turnover (a) X 100
(b)
That is 400 X 100
45
(d) Permissible value in Rs. Lacs 888
(e) Rounded off to Rs. Crore 8.90
The Finance Minister added that he would take this opportunity to re-emphasize that this would enable an SSI unit to continue to enjoy the exemption even if it had a turnover based on Retail Sale Price (RSP) of Rs.8.90 crore in 2010-11.

So don’t rejoice. If you cross the turnover figure of Rs. 8.90 Crore in 2010-11 then your liability to duty will commence immediately from the 1st day of April 2011 without any basic exemption.”

The information provided is just for reference & is the understanding provided by the author.

Wednesday, March 23, 2011

HUGE DISAPPOINTING REACTION OF F.M

''We reject the decision and will soon announce a plan for an indefinite strike and country-wide agitation till complete rollback of excise duty. The minister only announced the eligibility of Rs 1.5 crore exemption for units that will have Rs 8.9 crore as maximum retail price sale up to 31 March, 2011, which will be equivalent to Rs 4 crore turnover.''The way we are going to switch over to new GST regime in 2012 & the way main component of readymade garment alike fabric & other accessories have sky-rocketed,it is a great-2 unjustice..

Sajjan Raj Mehta
EX PRESIDENT..KARNATAKA HOSIERY & GARMENT ASSOCIATION
0945501150

Saturday, March 19, 2011

पुराने बंगलोर शहर को संरक्षित रखे

पुराने बंगलोर शहर को संरक्षित रखे

कर्नाटक सरकार ने बंगलोर को विश्व मानचित्र में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल कराने के लिए और बुनियादी सुविधाओ युक्त उच्च कोटि का शहर बनाने के लिए काफी कारगर योजनाये जारी की है और उस पर अमल होते ही ढांचागत विकास को अहम् सफलता प्राप्त होगी.इस बजट में बंगलोर के सर्वांगीन विकास के मद्दे नजर विशेष कोष का निर्माण किया गया है . एक अहम् शुरुआत हो चुकी है और मेट्रो रेल, मोनो रेल, कई पुल,कई अंडर पास्सेज और यातायात के साधनों में बढोतरी के प्रस्ताव पारित किये गए है तथा ठोस पहल साफ द्रष्टिगोचर होती है.कई प्रावधानों को असली जामा पहनाया जा चूका है और कुछ पर कार्य गतिशील है..चिंता का विषय यह है कि बंगलोर का पुराना शहर इनसे अछुता रह गया है .शहर का बाहरी हिस्सा तो अत्यंत ही आकर्षक और उसका अंतःकरण (ह्रदय) बड़ा ही कुरूप और घिनौना ,जैसे कोई कनकघट विषरस से भरा हो..यहाँ प्रकृति की हर कला ध्वस्त हो चुकी है और उसके शम्शान पर उभर आयी है एक नई दुनिया..यहाँ पहाड़ की गोद में झरने नहीं मचलते वरन लोहे के यन्त्र से अशुद्ध जल के फव्वारे छुटते है..दूर-दूर बाहरी क्षेत्रो की तरह गंधमाती हवा तन-मन में स्फूर्ति पैदा नहीं करती वरन कैद हवा ही विद्युत यंत्रो के द्वारा चक्कर काटती है..यहाँ पक्षियो की नैसर्गिक रागिनी नहीं सुनाई पड़ती वरन कर्नस्फार ध्वनि विस्तार यंत्रो से बेताल राग चीखता है.
"जिस मुंडेर पर कभी चाँद खिला करते थे
उसी मुंडेर पर आज दीये भी नहीं जलते."

पुराना शहर एक गौरवशाली व्यापारिक केंद्र है जहाँ हजारो की तादाद में फुटकर व थोक व्यापारी बरसों से बिना किसी लाग -लपेट के निरंतर अपनी जीविका चला रहे है तथा राज्य और केंद्र सरकार के खजाने में राजस्व के योगदान से अपना व्यापारिक धर्म बड़े ही सलीके से कर रहे है..कई जरुरत की चीजे जैसे परिधान उद्योग,कपडा,चुडिया ,बिजली के उपकरण, कागज़,गोल्ड ज्वेलरी और रसायन की चीजे प्रमुख है ..समूचा कर्णाटक के वाशिंदों को सहज और सुलभ तथा रियायती दरों पर उपलब्ध होने का एक मात्र यहीं ठिकाना है..एक नागरिक को जो मुलभुत सुविधाए हासिल होनी चाहिए उनकी कमी यहाँ महसूस की जा रही है ..कारण? इसके चलते धीरे-धीरे व्यापार मंदी की चपेट में आता ही जा रहा है और मंदी को रोकने के लिए पुराने शहर को उसके अधिकार दिलाकर व्यापारियो के साथ-साथ यहाँ के निवासिओं को भी सुकून दिलाने का लक्ष्य हासिल करना है..समय-समय पर यहाँ के पार्षदों,विधायकों,और लोक सभा सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया गया है ,मीडिया ने भी कई बार हमारी तकलीफों को प्रकाशित किया है, कुछ कारवाई भी हुई पर ऊँट के मुँह में जीरे के बराबर.नितांत आवश्यकता है कि इसे संरक्षित किये जाने पर खुली बहस हो और सभी को एक सूत्र में पिरोंकर बंगलोर के सर्वांगीन विकास को गति प्रदान करे .

हमें सदा स्मरण रखना चाहिए कि अच्छा शहर अपने शरीर जैसा है.यदि उसका एक अंग दुर्बल है सारा शरीर दुर्बल रहेगा .एक जगह रक्तप्रवाह रुक जाए तो संपूर्ण शरीर का अस्तित्व संदेह जनक हो जायेगा .जिस समाज ने हमें मानव या नागरिक कहलाने का अधिकार दिया.स्रष्टि का सर्वोतम वरदान बनने के अनुकूल बनाया उसके प्रति हमारा भी कुछ उत्तरदायित्व बनता है..गंभीर चिंतन और उस पर निर्णय की घडी में हमारी भागीदारी - साझेदारी जरुरी है..खाली राजनीतिज्ञों और सरकारी अधिकारिओं के भरोसे ही नहीं - हमें भी सक्रियता बरतते हुए एक समन्वय समिति बनाकर सबको साथ लेकर चलने की प्रकिया का श्रीगणेश करना चाहिए..व्यापारिक संगठनो,महानगर पालिका,विद्युत विभाग,जलदाय विभाग,पुलिस विभाग और सामाजिक संगठनो का समन्वय पुराने शहर के समुचित रख-रखाव में,उसकी सुन्दरता को निखारने में लाभदायक होगा .तथ्यों के संकलन द्वारा,सही समझ के साथ सही दिशा में योजनों का संपादन उत्कृष्ट नतीजे प्रदान करेगा..स्वप्न के घेवर से पेट नहीं भरता है , कल्पना मात्र से कार्य साकार नहीं होता है .

अंततोगत्वा आज समन्वित प्रयासों की जरुरत है, विश्लेषण की जरुरत है..यदि समन्वय की चेतना जागती है तो यह स्वप्न साकार हो सकता है..हम क्या कर सकते है- हमारी पहल क्या उपलब्ध करा सकती है- निजी और सरकारी संगठन के सटीक तालमेल से क्या कराया जा सकता है..एक नजर ....
*ज्यादा से ज्यादा सुलभ शौचालयों का निर्माण..
*पार्किंग कोम्प्लेक्सेज का निर्माण..
*दुकानों की परिधि के बाहर वस्तुओं के प्रदर्शन पर रोक..
*नई बन रही इमारतों में या वापस निर्माण की जा रही जगहों में नक्शे के अनुरूप ही निर्माण.
*बारिश के पानी का सदुपयोग हेतु व्यवस्था.
*पुराने पार्किंग कोम्प्लेक्सेज और विशेषकर सिटी मार्केट का सही रखरखाव..
*शहरी क्षेत्र में छोटी बसों को चलाने की योजना को असली जामा पहनाना.
*शहर में व्यवसाय कर रही ट्रांसपोर्ट कंपनियों को स्थानांतरित करना .
*बारिश के दौरान विशेषकर वैज्ञानिक तरीको से नालो का रखरखाव.
*तंग गलियों में सीमित पार्किंग का प्रबंधन.
*भिन्न भिन्न सरकारी संस्थानों में बेहतर समन्वय..
*समूचे क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट्स का इंतजाम..
*करीब ५० साल पुराने नालो को बदलकर उन्हें नया रूप प्रदान करना.
*प्रीपेड ऑटो की व्यवस्था..
*क्षेत्र में जगह जगह छोटी छोटी फुलवारिओं या बगीचे का निर्माण.
*समय समय पर व्यापारिक संगठनो और सामाजिक संगठनो से विचार विमर्श.
*मेट्रो की जगहों पर समुचित व्यवस्था अभी से कर दिया जाये..आदि आदि

रातों रात पुराने शहर को नए शहर में तब्दील कराने का स्वप्न तो हम नहीं संजो सकते परन्तु छोटी छोटी पहल कर हम शनेःशनेः बदलाव की प्रक्रिया आरम्भ करवा सकते है..यातायात में बदलाव, पार्किंग की सुविधाओ में एकरूपता तथा नागरिकों का जन समर्थन व्यापक सुधार की इस मुहिम में अहम् साबित होगा तथा व्यापार में कुछ तेजी के साथ सरकार के खजाने में भी बढोतरी होगी..मेट्रो रेल और मोनो रेल के बारे में ज्यादा जानकारी तो जनता जनार्दन को प्राप्त नहीं है परन्तु हमारी आकांषा तो यही है की हम सुधार में सहभागी बने , हमारी सहभागिता सरकार आगे बढ़कर हासिल करे .हम किसी कीमत पर अब मुलभुत सुविधाओ से वंचित नहीं रहना चाहते और सरकार देर सवेर ही सही पर जागे..

उधेश्य हमारा उन रिहायशी इलाको के ग्राहकों को वापस इस क्षेत्र में बतौर ग्राहक बुलाने का है जो इन सुविधाओ की कमी के फलस्वरूप अन्य जगहों पर अपनी आवश्यकताओ की पूर्ति कर रहे है..अडोस - पड़ोस के ग्राम वासिओं के ताने और फटकार सुन सुन कर हमारे कान पाक चुके है ..उन्हें यह दिखाना है कि इंसान की सकारात्मक सोच उसके मुरझाये चेहरों पर मुस्कान की मन्दाकिनी बिखेर सकती है ..सरकार और सरकार के वाशिंदों को सदा जगाते रहने की अनवरत प्रक्रिया निहसंदेह हमें कामयाबी के शिखर पर खडा पायेगी और हमारे अपने इस पुराने शहर के कायाकल्प में सुनहरा परिवर्तन ला देगी..जरुरत है हम सजग रहे,सहयोग की प्रबल भावना रखे,सतत प्रयासों में तत्परता लाये, निस्वार्थ परोपकार की अभिलाषा रखे तथा जनहित की भावना से औत प्रोत होकर जन-जन के घरो में खुशियों के दीपक जलाने में पूरा सामर्थ्य झोंक दे.सफलता के पायदान पर पायदान चढ़ते रहे..सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण व्यव्हार हमें आशातीत नतीजे प्रदान करेगा और हम सुकून से ज्यादा से ज्यादा नैसर्गिक वातावरण में चैन की सांस लेंगे..नागरिको के जाग्रत विवेक का निर्णय जब संकल्प का रूप धारण कर लेता है तो वे भगीरथ प्रयासों के बलबूते पर सही दिशा में अग्रसर रहकर दशा में आशानुरूप सुधार प्राप्त कर सकते है ..

सज्जन राज मेहता
सामाजिक कार्यकर्ता

Thursday, March 17, 2011

B.K.GOYAL DEAD ON 30.1.11-NEWS IN HINDU

B.K. Goyal
BANGALORE: The former president of Karnataka Hardware and Allied Merchant Association and Vice-President (South) of Confederation of All India Traders Association B.K. Goyal (68) passed away here on Friday night.

According to family sources, Mr. Goyal was admitted to a private hospital on Friday morning after he complained of chest pain and uneasiness. He breathed his last around 9 p.m.

An expert on taxation issues, Mr. Goyal was a member of the Karnataka State VAT Committee, the Karnataka Service Taxes Committee and trustee of Sri Devagiri Venkateshwara Temple in Banashankari. Mr. Goyal had contributed much to the growth of trade and industry, and also for the betterment of civic amenities , Sajjan Raj Mehta, former president of Karnatana Hosiery and Garment Association said.

Wednesday, March 16, 2011

STAGED DHARANA AT GANDHI STATUE,M.G.ROAD ON 15TH MARCH

STAGED DHARANA AT GANDHI STATUE,M.G.ROAD ON 15TH MARCH


NAMASKAR..

SUBJECT; ABOLITION OF EXCISE ON BRANDED READYMADE GARMENTS


EXCISE ON APPARELS IS NOT EASY TO COLLECT BECAUSE OF THE HIGHLY DECENTRALIZED PRODUCTION.IT IS A NEGATIVE STEP & WE ARE REQUESTING TO THE GOVERNMENT THAT TILL THE TIME IT IS CLEARLY UNDERSTOOD,IT SHOULD BE HELD IN ABEYANCE.ALSO THE DOMESTIC INDUSTRY IS ALREADY REELING UNDER PRICE PRESSURES AND GARMENTS ARE EXPENSIVE BECAUSE OF THE RAW MATERIAL HIKE.WHICH WILL LEAD TO THE CLOTHING INFLATION.


THROUGH YOUR ESTEEMED MEDIA.I WANT TO STATE THAT GARMENT BEING A BASIC NECESSITY SHOULD NOT HAVE THE EXCISE..THE UNHEALTHY ANNOUNCEMENT MADE IN UNION BUDGET MUST BE RECONSIDERED AND STEP-MOTHERLY TREAMENT PROVIDED SHOULD BE AVOIDED IN THE LARGER INTEREST OF TRADE WHICH PROVIDES MAXIMUM EMPLOYMENT TO THE WOMEN..

A DHARANA OF THE GARMENT TRADE & INDUSTRY WAS ORGANISED ON TUESDAY.MARCH 15TH,2011 TO DIVERT THE KIND ATTENTION OF THE GOVERNMENT TOWARDS OUR CAUSE SO THAT THEY CAN RECTIFY THE MISTAKE DURING THE BUDGET DISCUSSION..

Kindly do the needful....

SAJJAN RAJ MEHTA
IPP..KARNATAKA HOSIERY & GARMENT ASSN.
09845501150



NAMASKAR..

SUBJECT; ABOLITION OF EXCISE ON BRANDED READYMADE GARMENTS


EXCISE ON APPARELS IS NOT EASY TO COLLECT BECAUSE OF THE HIGHLY DECENTRALIZED PRODUCTION.IT IS A NEGATIVE STEP & WE ARE REQUESTING TO THE GOVERNMENT THAT TILL THE TIME IT IS CLEARLY UNDERSTOOD,IT SHOULD BE HELD IN ABEYANCE.ALSO THE DOMESTIC INDUSTRY IS ALREADY REELING UNDER PRICE PRESSURES AND GARMENTS ARE EXPENSIVE BECAUSE OF THE RAW MATERIAL HIKE.WHICH WILL LEAD TO THE CLOTHING INFLATION.


THROUGH YOUR ESTEEMED MEDIA.I WANT TO STATE THAT GARMENT BEING A BASIC NECESSITY SHOULD NOT HAVE THE EXCISE..THE UNHEALTHY ANNOUNCEMENT MADE IN UNION BUDGET MUST BE RECONSIDERED AND STEP-MOTHERLY TREAMENT PROVIDED SHOULD BE AVOIDED IN THE LARGER INTEREST OF TRADE WHICH PROVIDES MAXIMUM EMPLOYMENT TO THE WOMEN..

A DHARANA OF THE GARMENT TRADE & INDUSTRY WAS ORGANISED ON TUESDAY.MARCH 15TH,2011 TO DIVERT THE KIND ATTENTION OF THE GOVERNMENT TOWARDS OUR CAUSE SO THAT THEY CAN RECTIFY THE MISTAKE DURING THE BUDGET DISCUSSION..

Kindly do the needful....

SAJJAN RAJ MEHTA
IPP..KARNATAKA HOSIERY & GARMENT ASSN.
09845501150

Sunday, March 13, 2011

TO WHOM SO EVER IT MAY CONCERN

TO WHOM SO EVER IT MAY CONCERN

AS A MEMBER OF SIGA, I FEEL SORRY TO RECEIVE VARIOUS LETTERS OF MEMBERS BLAMING EACH OTHER BUT PRESTIGE GETS SPOILED LATER IS OF SIGA ? WHY? WHY NO ACTION OR MEMBERS MEETING IS BEING CALLED FOR TO SORT OUT THE MINOR DIFFERENCES IF ANY..SIGA OFFICE BEARERS EXPECT FROM THEIR MEMBERS TO RESPOND TO THEIR SMS'S BUT WHY OFFICE BEARERS DON'T RESPOND?

EXCISE ON GARMENTS IS IMPOSED & KINDLY INFORM THE PRESIDENT'S NAME SO THAT WE CAN REQUEST HIM TO ADDRESS THE CRUCIAL ISSUE ON OUR ASSN'S BEHALF.. WHEN THE SIGA MEMBER'S EXCLUSIVE MEETING WILL BE CALLED? WHY SUCH MUCH DELAY HAPPENED? INDIVIDUAL'S DIFFERENCES SHOULD NOT BE A MAJOR CAUSE FOR THE DOWNFALL OF OUR ASSN..

GOD BLESS SIGA & REPLY AT THE EARLIEST IN THE TRADE AND INDUSTRY'S INTEREST..UNITED WE STAND...

WITH KINDEST REGARDS...

--
Sajjan Raj Mehta
MEMBER..SIGA

संघ-संस्थाओ की भरपूर सहभागिता

संघ-संस्थाओ की भरपूर सहभागिता

जैन युवा संगठन द्वारा आयोजित समस्त जैन संघ संस्थाओ की सभा मल्लेश्वरम जैन स्थानक में सुसंपन्न हुई जिसमे करीब ७५ संस्थाओ ने भाग लेकर सहभागिता दर्शाई तथा सभी ने भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं रखने की बात दोहराई..सोनल तथा हेमलता द्वारा मंगलाचरण के पश्चात् अध्यक्ष जैन सज्जन राज मेहता ने स्वागत तथा अध्यक्षीय प्रतिवेदन रखा तथा मंत्री जैन सुरेश धोका ने महोत्सव की रूपरेखा रखी..जैन धर्मीचंद बोहरा ने जैन युवा संगठन ट्रस्ट की गतिविधिओ की जानकारी प्रदान की ..जैन कांफ्रेंस कर्णाटक के अध्यक्ष भवर लाल पगारिया,तेरापंथ सभा के अध्यक्ष कन्हैयालाल चिप्पड़,वर्धमान स्थानकवासी जैन स्थानक मल्लेश्वरम के अध्यक्ष महावीर चंद सेठिया तथा सामाजिक सक्रिय महिला कार्यकर्ता रेणू राँका अतिथि के रूप में सादर उपस्थित थे जिनका भावपूर्वक स्वागत किया गया तथा समस्त अतिथियो ओर संगठन के अध्यक्ष मंत्री ने दानदाताओ को वितरित किये जाने वाले जैन स्मृति चिन्ह का लोकार्पण किया जिसे उपस्थित सभी ने काफी सराहा.समस्त अतिथियो ने सभा को संबोधित कर संगठन के द्वारा किये जा रहे सत्कार्यो की अनुमोदन की ओर सहकार का आश्वासन दिया..श्रीमती कांता लोढ़ा,चम्पालाल सालेचा,पदम् चंद मुथा, जैन दिनेश खिन्वसरा तथा जैन सुरेश mandot ने सभा को संबोधित किया ओर सुझाव रखे..संचालक जैन गौतम मेहता ने संस्थाओ के द्वारा मांगी सेवाओं की जानकारी दी तथा सहमंत्री जैन रमेश धोका ने धन्यवाद ज्ञापित किया.सभी उपस्थितो ने आयोजन को यशस्वी ओर सफल बनाने हेतु निःस्वार्थ कार्यरत होने की भावना रखी..

तदुपरांत भोजन के पश्चात् संगठन की विशेष आम सभा में अध्यक्ष ने स्वागत किया तथा मंत्री ने अब तक की प्रगति रिपोर्ट रखी..जैन राजेश बांठिया ने जैन एकता के क्षेत्र में कार्यो की जानकारी दी तथा सभी उप-समितियो के चेयरमान ने विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराइ..उपाध्यक्ष जैन महावीर गोटावत ओर कोषाध्यक्ष जैन डूंगर मल चोपड़ा का विशेष सहयोग रहा..दानदाता पत्र वितरण समिति के श्री जैन दिलीप कोठारी ने सदस्यों को दानदाता पत्र वितरित किये..संगठन के सभी सदस्यों की सक्रियता ने कार्यक्रम को यशस्विता प्रदत्त की...

धन्यवाद .. कृपया इसे समुचित स्थान प्रदान कर कृतार्थ करावे..
सज्जन राज मेहता
अध्यक्ष..जैन युवा संगठन

Sunday, March 6, 2011

विजयपुरा गौशाला में स्थायी शेड का निर्माण

विजयपुरा गौशाला में स्थायी शेड का निर्माण

जैन युवा संगठन के तत्वाधान में जीव दया की संचित राशी से आज विजयपुरा गौशाला में एक स्थाई शेड का निर्माण कराया गया तथा जैन युवा संगठन के अध्यक्ष जैन सज्जन राज मेहता ,जैन राजेश बांठिया,जैन महावीर गोटावत,जैन सुरेश धोका,जैन रमेश धोका,जैन डूंगर मल चोपड़ा,जैन भागचंद गुगलिया की मौजूदगी में श्री पद्मावती प्रानिदया ट्रस्ट के श्री कोठारी जी को एक बड़ी धनराशी का चेक भेंट किया तथा गायों को चारा वितरण कर गौशाला का मुआयना किया..काफी अन्य सदस्य भी उपस्थित थे तथा जीवदया के इस पुनीत कार्य को सुसंपन्न कर संगठन के सभी सदस्य गौरवान्वित महसूस कर रहे थे..वहां करीब ३५० गाएं है और वहां पर तथा ५००० कबूतरों को भी दाना दिया जाता है.संगठन ने सदेव जीव दया,जीवन शिक्षा और जीवन रक्षा को प्राथमिकता प्रदान कि है..

संगठन की और से धन्यवाद ज्ञापित कर सभी सदस्य भोजन कर वापिस लौटे...कार्यक्रम अच्छा रहा ..

Garment retailers strike today TNN | Mar 7, 2011, 06.43am IST

ANGALORE: Garment retailers across the country will observe a day-long strike on Monday to protest against the 10% excise duty on readymade garments proposed in the Union budget. Retail giants, including Shoppers Stop, Pantaloon, Westside, Globus and Arvind Brands, are keeping their stores shut to protest against excise imposed on branded apparel.
"Excise duty on readymade garments is uncalled for. With the government planning to introduce GST next year, we have to switch to a new tax regime. There is no logic in introducing excise on readymade garments now. The government should understand that the industry is reeling under high input costs. Any further increase will make things worse," said Rahul Mehta, president of Clothing Manufacturers Association of India (CMAI).
Kishore Biyani, CEO of Future Group, said it was "a double whammy" for the industry. "Imposing excise duty has come at a time when retailers are grappling with high raw material costs. Why should we burden the customer with additional costs especially in a high-inflation environment?" he asked.
Suresh J, MD of Arvind Brands & Retail, said the company would be shutting down 400 stores, including those for Flying Machine, Arrow, US Polo, Megamart, Izod, Energie and GANT, across India to support the strike.
Cotton prices continue to head north due to a tight supply situation. Global markets are feeling the squeeze as floods destroyed a majority of crops in Pakistan and Australia. "In 2009, cotton prices were hovering around Rs 23,000 per candy (356 kg) . This has shot up to Rs 60,000 now. Manufacturers are already facing a tough time in sourcing raw material and are not in a position to absorb the duty," said Sajjan Raj Mehta, the former president of Karnataka Hosiery and Garments Association.

Tuesday, March 1, 2011

रेडीमेड गारमेंट पर पुनः ;EXCISE थोपी गई

नमस्कार
आज केन्द्रीय बजट में रेडीमेड गारमेंट पर पुनः ;EXCISE
थोपी गई है जिसकी जितनी भर्त्सना क़ी जाए कम है..वक़्त के साथ कैसे सुर ओर आचरण बदल जाते है ,इसका नितांत उदाहरण है यह..श्रीमती सोनिया जी ने स्वयं हम पुरे भारत के गारमेंट संस्थानों के पदाधिकारियो के आग्रह पर तत्कालीन वित् मंत्री श्री जसवंत सिंह जी को पत्र लिखा था जब हमारे पर सर्वप्रथम २००३ में EXCISE थोपी गई थी ..उस समय क़ी वाजपेयी जी सरकार ने फिर भी वह मांग ठुकरा दी तथा बाद में कांग्रेस क़ी सरकार आने पर हमारी मांग पर श्रीमती सोनियाजी क़ी अगुवाई में चल रही सरकार ने रहनुमाई बरतते हुए EXCISEवापस ले ली..संलग्न पत्रों से स्पष्ट हो जाता है कि सत्ता में रहते हुए एक आचरण और सत्ता के बाहर एक रवैया.राजस्व मात्र क़ी वसूली से या खाली खजाने को भरने के उधेश्य से कर लादना कतई न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता..उससे तो वही कहावत चरितार्थ होती है क़ि " जहाँ का राजा व्यापारी, वहां क़ी प्रजा भिखारी.".

जब समूचा देश महंगाई की मार से त्रस्त है.हर चीजो के दाम आसमान छु रहे है.दिवाली के बाद कपडे के दामो में ३० से ४५ % क़ी अप्रत्याशित वृधि हो चुकी है जो वित् विभाग क़ी जानकारी में अवश्य ही होगा ,उस पर यह नया बोझ लादकर उन्होंने हमारी कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं रखी है ..इससे बढ़कर सौतेला व्यवहार शायद किसी दुश्मन पर भी ना हो.हमारी यही अपेक्षा है..सरकार इस पर पुनर्विचार करे वर्ना रोटी,कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरुरत क़ी वस्तुओ पर नाइंसाफी जनता-जनार्दन को आंदोलित ही करेगी..श्रीमती सोनिया जी के इन पत्रों को शीघ्र ही समस्त लोकसभा-राज्यसभा सदस्यों को प्रेषित किया जाएगा..कृषि क्षेत्र के बाद सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला वस्त्र उद्योग ऐसे हास्यापद और घ्रनास्पद आचरण की उम्मीद नहीं कर रहा था ..

आशा है ,आप इसे अवश्य प्राथमिकता से प्रकाशित कर कृतार्थ करेंगे..
धन्यवाद
सज्जन राज मेहता
निवर्तमान अध्यक्ष ..KARNATAKA HOSIERY & GARMENT ASSN.
09845501150