Saturday, May 15, 2010

.उनके बिरले व्यक्तित्व को नमन.

जन-जन के हितेषी,राजस्थान के साथ समूचे भारत की राजनीति के एक सशक्त हस्ताक्षर ओर शिखर पुरुष जिनकी लगभग आधी शताब्दी तक राजनीति में सक्रियता से भागीदारी रही.अपना विशेष वजूद उन्होंने कायम रखा तथा जिनकी विरोधी दल के नेता भी मुक्त-कंठ से प्रशंसा करते नहीं थकते थे..वह विशेष सम्मान उन्हें ही हासिल था..सीकर के खान्चारियावास के एक पुलिस सब -इंस्पेक्टर से लेकर हिन्दुस्तान के उप-राष्ट्रपति तक का सफ़र भी उनकी साफ-सुथरी छवि का ही कमाल था..राजस्थान की राजनीति के तो वे धुरंधर थे तथा सहज ही राजस्थानियों ओर प्रवासी राजस्थानियों से उनका घनिष्ठ जन-संपर्क सदेव अखंड रहा..गरीबी,भुखमरी,बाल-विवाह,अकाल-त्रासदिया,तथा कई राजनितिक भूकम्पों की सुनामिया उन्होंने चुटकी में सुलझाई ओर उनका हंसमुख ओर मिलनसार व्यक्तित्व जनता जनार्दन को सम्मोहित कर देता था..
उनकी कमी की क्षतिपूर्ति असंभव है..उनके बिरले व्यक्तित्व को नमन..उनकी आत्मा शिघ्रती-शीघ्र सदगति को प्राप्त हो, यही शुभेच्छा है..

सज्जन राज मेहता
सामाजिक कार्यकर्ता,बन्गलोर
9845501150

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